Monday, 9 December 2024

पारिवारिक पत्र : डा.मुल्ये की पत्नी द्वारा डा.मुल्ये को लिखा पत्र

 गर्दन ना झुके

डा. मुल्ये इंदौर ( म.प्र ) संघ के कार्यकर्ता थे | वे मीसा के अंतर्गत बंदी थे | उनके कुछ हितचिंतको ने उन्हें मुक्त कराने का प्रयास किया | शर्त केवल यही थी कि डॉक्टर साहब बीस सूत्री कार्यक्रम का सौम्य समर्थन लिख दे |

यह सूचना मिलने पर डा.मुल्ये की पत्नी ने जेल में बंद अपने पति को लिखा था कि उन्हें आशा थी कि वे ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे गर्दन नीची हो | वे हर तरह का कष्ट सहेंगे पर यह नही चाहेंगे कि वे उनकी खातिर उनके ऊपर कोई कलंक लगवाये | 

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