जिंदगी उन्ही के लिए
भिंड निवासी हमीत
वारसी भोपाल नगर जनसंघ के संगठन - मंत्री थे | वे कारागार में बहुत बीमार हो गये थे
| उन्होंने अपने मित्रो को जो पत्र लिखे , उन पत्रों से एक अंश यहाँ दिया जा रहा
है |
उन्होंने ने
अपने पत्र में लिखा कि उनके मित्र का कहना सही था | उन्हें इन बन्धनों को तोडना
होगा क्योकि उनकी जिंदगी उनका मिशन थी | उनका परिवार और उनके रिश्तेदार उनके दल के
लोग थे , जिन्होंने उन्हें प्यार दिया था और उनकी जिंदगी उन्ही के लिए थी | इसपर
किसी और का अधिकार नही था |
अतः सच्चाई का
रास्ता काँटों और तकलीफों से भरा होता है , इसलिए अपने परिवार की जानकारी होना
आवश्यक है यह भी उनके पत्र में लिखा था |
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